आईपीएल 2019 से मुंबई इंडियंस के छह बेहतरीन और यादगार पल

2019 एक ऐसा साल रहा, जिसमें कई रिकॉर्ड टूटे, कई सपने सच हुए, हमारे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया, और स्टेडियम में प्रशंसकों की मौजूदगी भी रही। यह वह साल था जब मुंबई इंडियंस दमदार खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरी और शानदार प्रदर्शन करते हुए उसने अपना चौथा आईपीएल खिताब जीता।

फाइनल मुकाबला सीएसके के खिलाफ हुआ, जो शुरू होने के बाद धीरे-धीरे रोमांच के चरम पर पहुंच गया। यह एक कम स्कोर वाला रोमांचक मैच बन गया था, जो एक ऐतिहासिक आईपीएल फाइनल होने की ओर रुख करता नज़र आ रहा था, जिसपर सभी की निगाहें टिकी हुई थीं। इसके साथ ही दिल की धड़कनों को बढ़ाने वाली एक बात यह भी थी, कि जो भी टीम यह मुकाबला जीतेगी, वह चौथा आईपीएल खिताब जीतने वाली पहली टीम बन जाएगी।

आज के दिन हम इस रोमांचक जीत के दो साल बीत जाने का जश्न मना रहे हैं, और इस संकट की घड़ी में जिस दहलीज पर हम खड़े हैं उसमें बहुत मदद तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन उस दिन के रोमांचक मुकाबले की ऊर्जा, उत्साह और आंखों में उम्मीद की चमक से आपको फिर से रूबरू जरूर करा सकते हैं। आइए उन बीती यादों के समुंदर में गोता लगाएं और 2019 के मेन इन ब्लू एंड गोल्ड टीम के छह सबसे बेहतरीन पलों पर एक नज़र डालें।

लसिथ मलिंगा का अंतिम ओवर

सीएसके के खिलाफ फाइनल मुकाबले में आखिरी छह गेंदों पर नौ रन चाहिए थे। गेंद श्रीलंका के अनुभवी गेंदबाज लसिथ मलिंगा के हाथों में थी। एक छोर पर फॉर्म में चल रहे शेन वॉटसन स्ट्राइक पर थे, और दूसरे छोर पर बड़े हिट लगाने वाले रविंद्र जडेजा मौजूद थे। मलिंगा ने अपने पिछले ओवर में 20 रन दिए थे, और इस मैच को जीतकर ही वह उनपर उठ रहे सवालों का जवाब दे सकते थे।
प्रशंसकों के शोर के बीच मलिंगा ने पहली दो गेंदों में सिर्फ एक-एक रन दिया। अब चार गेंदों में सिर्फ सात रनों की जरूरत थी, और वॉटसन अगली गेंद पर दो रन ले लेते हैं। अब तीन गेंदों में महज़ पांच रन चाहिए थे। और ये मुकाबला बेहद रोमांचक मोड़ पर आ खड़ा हुआ।

वॉटसन चौथी गेंद पर एक रन पूरा करते हैं और दूसरे रन के लिए वापस दौड़ लगाते हैं, लेकिन क्रुणाल पांड्या के थ्रो पर कीपर उन्हें आउट कर देता है। उनकी जगह क्रीज़ पर शार्दुल ठाकुर आते हैं, और अगली गेंद पर दो रन ले लेते हैं। अब एमआई को यह मैच जीतने के लिए एक डॉट बॉल डालने की जरूरत थी।

मलिंगा ने अंतिम गेंद डाली। यह मिडिल स्टम्प पर एक धीमी यॉर्कर थी, और बल्लेबाज इसे लेग-साइड की ओर स्वाइप करने के प्रयास में चूक जाता है। शार्दुल ठाकुर एलबीडब्ल्यू आउट हो जाते हैं, और एमआई इतिहास के पन्नों में एक अद्भुत और अविश्वसनीय जीत दर्ज करने में सफल हो जाती है!

अल्ज़ारी जोसेफ का शानदार गेंदबाज़ी प्रदर्शन (6/12)

कैरेबियाई खिलाड़ी ने आईपीएल में एक यादगार शुरुआत की थी। अल्जारी जोसेफ को 2019 में एसआरएच के खिलाफ मुंबई के पहले मुकाबले में एमआई की कैप सौंपी गई थी। इस युवा खिलाड़ी ने एसआरएच के बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करते हुए पहले ही मैच में छह विकेट लिए और इस शानदार गेंदबाज़ी प्रदर्शन के साथ टूर्नामेंट में प्रवेश किया।

मुंबई इंडियंस ने एसआरएच को 137 रनों का लक्ष्य दिया, और जब गेंदबाजों ने दूसरी पारी में अपना काम करना शुरू किया तो यह एक बहुत बड़ी चुनौती नज़र आ रही थी। डेविड वार्नर और जॉनी बेयरस्टो जैसे बड़े बल्लेबाजों के खिलाफ इस छोटे लक्ष्य को डिफेंड करना एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन ऐसा लगा कि अल्ज़ारी ने कुछ और ही सोच रखा था।

उन्होंने वार्नर को आउट करने के साथ अपनी शुरुआत की, उसके बाद विजय शंकर और चहर के द्वारा बेयरस्टो का विकेट लेने के बाद एसआरएच का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 42 रन था। इसके बाद चहर ने यूसुफ पठान का भी विकेट झटका। बेहरेनडॉर्फ और बुमराह ने भी एक-एक विकेट झटका। फिर 15वें और 17वें ओवर में अल्ज़ारी ने चार विकेट झटके और एसआरएच की पूरी टीम को ऑलआउट करते हुए 96 रनों पर ही रोक दिया। आईपीएल में 12 रन पर 6 विकेट का यह आंकड़ा उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है।

एमआई बनाम एसआरएच - बुमराह का एक शानदार सुपर ओवर

मेन इन ब्लू एंड गोल्ड टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 5 विकेट पर 165 रनों का लक्ष्य दिया, जिसमें क्विंटन डी कॉक ने नाबाद 69 रनों की पारी खेली। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम के लिए यह एक छोटा लक्ष्य था। लेकिन, एमआई के गेंदबाजों ने एसआरएच के बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकने का पूरा प्रयास किया और मनीष पांडे के नाबाद 71 रनों के बावजूद सनराइजर्स केवल मुंबई इंडियंस के दिए गए लक्ष्य की बराबरी ही कर सकी।

जसप्रीत बुमराह और पांड्या ब्रदर्स ने दो-दो विकेट लेते हुए एसआरएच को तय ओवरों में 6 विकेट पर 162 रनों पर ही रोक दिया और यह मुकाबला सुपर ओवर में चला गया। जिसमें बल्लेबाजी करने के लिए एसआरएच आगे आई, और एमआई की ओर से गेंदबाजी के लिए बुमराह आए।

इस सुपर ओवर में बुमराह ने सिर्फ आठ रन देते हुए मनीष पांडे और मोहम्मद नबी का विकेट लिया। एमआई के लिए सुपर ओवर का यह लक्ष्य काफी छोटा था। हार्दिक पांड्या ने पहली गेंद पर शानदार छक्का जड़ा और अगली गेंद पर एक रन लिया। अब एमआई को जीत के लिए चार गेंदों में सिर्फ दो रन चाहिए थे। जिसके बाद पोलार्ड ने अगली गेंद पर दो रन लेकर यह मुकाबला जीत लिया।

क्वालिफायर-1 में सूर्यकुमार यादव के 71*(54) रन

एक और रोमांचक मुकाबले में सीएसके के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन देखने को मिला। सीएसके के खिलाफ क्वालीफायर 1 में मुंबई इंडियंस का उनसे इस सीजन में तीसरी बार आमना-सामना हो रहा था। इस मैच में जीत हासिल करना बेहद जरूरी था, क्योंकि इससे टीम को फाइनल के लिए सीधा टिकट मिल सकता था, वरना टीम को लंबा रास्ता तय करते हुए एलिमिनेटर राउंड के मुकाबले खेलने पड़ते।

132 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई के 21 रनों पर दो विकेट गिर गए। जिसके बाद सूर्यकुमार यादव ने अपने बल्ले जलवा दिखाया और 54 गेंदों में नाबाद 71 रनों की शानदार पारी खेलते हुए एमआई को जीत दिलाई। 10 चौकों और 131.48 के स्ट्राइक रेट के साथ सूर्यकुमार ने टीम को एक महत्वपूर्ण मुकाबले में जीत दिलाई और एक बेहतरीन पारी खेली।

जिसकी बदौलत मुंबई इंडियंस ने 9 गेंद शेष रहते हुए यह मुकाबला छह विकेट से जीत लिया। इस मैच में सूर्या का योगदान बेहद सराहनीय रहा और उनके संघर्ष के दम पर ही एमआई ने जीत दर्ज की।

किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के खिलाफ पोलार्ड की धमाकेदार पारी

198 रनों का पीछा करते हुए मुंबई को अंतिम 10 ओवर में 133 रनों की जरूरत थी, और दूसरी ओर लगातार विकेट गिरने की वजह से यह नामुमकिन सा नज़र आ रहा था। लेकिन किरोन पोलार्ड ने इसे मुमकिन करके ही दम लिया। उस दिन स्टैंड-इन कप्तान के तौर पर उन्होंने मोर्चा संभाला और एक असंभव जीत दर्ज की।

उन्होंने 31 गेंदों में 83 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। इस पारी में उनके बल्ले के जोर का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने 60 रन तो सिर्फ दस छक्के जड़कर ही बटोरे। हारते हुए मैच में टीम को जीत की पटरी पर वापस लाकर पोलार्ड ने एकबार फिर अपनी काबिलियत को साबित किया।

इसी के साथ एमआई अंतिम 10 ओवरों में 133 रनों का पीछा करने वाली पहली टीम बन गई। पोलार्ड की शानदार पारी की बदौलत एमआई की यह जीत यादगार बन गई।

केकेआर के खिलाफ हार्दिक पांड्या की 91(34) रनों की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी

केकेआर के खिलाफ हार्दिक पांड्या की यह पारी उनका सबसे बेहतरीन प्रदर्शन था। उन्होंने मैदान के चारों दिशाओं में रन बटोरे और किसी भी गेंदबाज को नहीं बख्शा। हार्दिक ने केवल 17 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और ऐसा करने वाले सबसे तेज एमआई खिलाड़ी (अब पोलार्ड भी इसमें जुड़ गए हैं) बन गए थे।

91 रनों की पारी में उन्होंने 9 छक्के और 6 चौके लगाए, और 88 रन सिर्फ बाउंड्री की बदौलत बटोरे। उनकी यह पारी इस बात की याद दिलाती है कि वह सच में टैलेंट के पावरहाउस हैं। टीम उनके मजबूत कंधों पर भरोसा कर सकती है और शायद इसीलिए वह पलटन के लिए प्रशंसकों के पसंदीदा खिलाड़ी है।

भले ही इस मुकाबले में एमआई को जीत नहीं मिली, लेकिन हार्दिक की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने विरोधी टीम के पसीने छुड़ा दिए और जिस तरह से उन्होंने टीम के लिए जिम्मेदारी संभाली, उसे हमेशा याद किया जाएगा।

हमें उम्मीद है कि एमआई की चौथी खिताबी जीत के दो साल पूरे होने पर आपको पुरानी यादों के पिटारे का यह छोटा सा संकलन पसंद आया होगा। हमें भी बताएं कि आपका पसंदीदा और यादगार पल कौन सा था!