क्रीज पर टिकने के बाद मैं बड़ा स्कोर करना चाहता हूं: ईशान किशन
मुंबई इंडियंस के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने चेन्नई सुपर किंग्स के साथ होने वाले मुकाबले से पहले मीडिया के सवालों के जवाब दिए।
युवा सलामी बल्लेबाज ने जारी सीजन के अपने मिले-जुले फॉर्म के बारे में बात करने के अलावा सीनियर खिलाड़ियों से मिली सलाह के बारे में बात की। किशन ने ये भी बताया कि उन्होंने मैदान पर कप्तान रोहित शर्मा की कैसे मदद की।
यह पूछे जाने पर कि शुरुआती दो मैचों में दो अर्द्धशतक के बाद वह खराब फॉर्म से कैसे उबरे। पॉकेट डायनेमो ने कहा कि रोज की रूटीन को फॉलो करना और लंबे समय तक अभ्यास करना बेहद अहम होता है।
ईशान ने कहा, “उतार-चढ़ाव खेल का हिस्सा हैं। महत्वपूर्ण ये होता है कि हम मैचों में प्रक्रिया को कैसे सही रखते हैं। हमें अपने खेल पर ध्यान देना होता है और कैसे हम सुधार कर सकते हैं। इस पर हमारा ध्यान केंद्रित होता है।”
ईशान को उनकी भूमिका के बारे में कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच महेला जयवर्धने ने स्पष्ट कर दिया था।
ईशान ने खुलासा किया, “मेरा ध्यान टीम को अच्छी शुरुआत देना था और जब मैंने खेल खत्म करने की कोशिश की। जिसके बाद मैं रास्ता थोड़ा भटक गया था। मैंने कोच और कप्तान से बात की, उन्होंने कहा कि आप खेल खत्म करने के बारे में मत सोचो। उसके बाद से मैं बस सेट बल्लेबाज बनना चाहता हूं जो अंत तक बल्लेबाजी कर सके। टीम में हर किसी की भूमिका होती है और जब मैं सेट हो जाता हूं, तो मैं उसे बड़े स्कोर में तब्दील करना चाहता हूं।”
ईशान और रोहित सिर्फ ओपनिंग पार्टनर नहीं हैं, वे ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों को मोटिवेट भी करते हैं।
ईशान ने कहा,“रोहित भाई एक ही समय में खुद को और टीम को प्रेरित करते हैं। वह सुनिश्चित करते हैं कि वह सभी को एक ही पेज पर रखें कि हम बाकी बचे मैचों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कैसे कर सकते हैं। मैं यह सुनिश्चित करने कि कोशिश करता हूं कि कोई भी नीचा महसूस न करे। हम इस टीम में एक दूसरे की मदद करते हैं, हर कोई हर किसी के बारे में सोचता है। मैं स्वभाव से एक हंसमुख व्यक्ति हूं इसलिए मैं बाकी सभी का मनोबल बढ़ाने की कोशिश करता हूं।”
ईशान ने यह भी खुलासा किया कि एक और युवा इसी तरह की भूमिका निभाता है।
"तिलक मेरे जैसे हैं। वह सभी के साथ बातचीत करना पसंद करते हैं, टीम के साथ हंसी मजाक करते हैं। वह अपने खेल को गंभीरता से लेता है और कड़ी मेहनत करता है, उसने अपने पहले सीजन में ही अपने स्तर को ऊपर रखा है। यही उसके बारे में सबसे अच्छी बात है।" - ईशान ने कहा।
जारी सीजन में ईशान के प्राइस-टैग की अक्सर चर्चा होती है, जिसके बारे में विकेटकीपर-बल्लेबाज ने कहा कि वह इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।
उन्होंने कहा, “प्राइस-टैग केवल कुछ दिनों के लिए आपके पास रहता है। मैं कुछ समय से टॉप-लेवल पर खेल रहा हूं, इसलिए मैं केवल इस बारे में सोचता हूं कि मैं टीम की कितनी मदद कर सकता हूं। रोहित भाई जैसे सीनियर खिलाड़ी मुझसे कहते हैं कि इतना विचार मत करो, वे मुझसे कहते हैं कि अपने जोन में रहना बेहतर है। उनसे बात करने से मुझे इसे अलग रखने में मदद मिली।”
ईशान ने इस सीजन में विकेटकीपर की अपनी भूमिका का भी आनंद लिया है, क्योंकि कुछ वर्षों के बाद वह इस सीजन में लगातार MI के लिए विकेटकीपिंग कर रहे हैं।
ईशान ने अपनी बात करते हुए कहा, “मुझे लंबे समय के बाद विकेटकीपिंग करने का मौका मिला, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैं फील्ड सेटिंग में मदद करने में सक्षम हूं क्योंकि एक विकेटकीपर बल्लेबाज को सबसे अच्छी तरह से पढ़ सकता है। कप्तान बहुत सी चीजों के बारे में सोचता है ताकि एक विकेटकीपर उसके लिए इसे आसान बना सके।"
ईशान के ईमानदार जवाब से पता चलता है कि टीम को उन कमियों के बारे में पता है, जिसे उन्हें दूर करना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे सीएसके के खिलाफ मैदान पर इसे कैसे अंजाम देते हैं।