बीते कुछ महीनों में बतौर खिलाड़ी मैं बेहतर और विकसित हुआ हूं: टिम डेविड
टाटा आईपीएल सीजन के दूसरे हाफ में टिम डेविड ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 216.27 की स्ट्राइक रेट से 186 रन बनाए और ज्यादातर मौके पर वह टीम के लिए बतौर फिनिशर की भूमिका में दिखे।
बिग हिटर को लगता है कि भारत में खेलना उनके लिए बेहतर रहा है।
ESPNCricinfo से बात करते हुए डेविड ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरे में सुधार हुआ है, जो मेरा मुख्य उद्देश्य था। मैंने महसूस किया है कि बतौर खिलाड़ी बीते दो या डेढ़ महीने में मैं खूब विकसित हुआ हूं। मैं अपने इस प्रोग्रेस को लेकर बेहद खुश हूं।”
एक फिनिशर की भूमिका बदलती रहती है, साधारण मानसिकता ने टिम डेविड को शांत रहने और अपनी योजनाओं के हिसाब से खेलने में मदद की।
डेविड ने कहा, "ये बेहद ही आसान है कि कम गेंदों में आप ज्यादा रन बनाते हैं। यह विभिन्न स्थितियों, पिचों और परिस्थितियों में बदलता रहता है। कई बार नई लीग में खेलने के दौरान आप कई गेंदबाजों को नहीं खेले होते हैं। लेकिन मैच में आपको उनका सामना करना पड़ता है। इसलिए जितना हो सकते उतना हमें इसे सरल रखना चाहिए। गेंद को जितना हो सके उतना करीब से देखें, अपने दिमाग को शांत रखें और आक्रामक रहें।”
हालांकि उन्होंने पिछले एक साल में ज्यादातर निचले क्रम में ही योगदान दिया है, लेकिन डेविड अपने आप को इसका विशेषज्ञ नहीं मानते हैं, उनका मानना है कि वह टीम में किसी भी परिस्थिति के अनुसार खेलने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा, “जब मैं किसी मैच में बल्लेबाजी करता हूं, तो मैं वही गति, वही इरादा रखता हूं। जो वास्तव में मैच के लिए महत्वपूर्ण है। मैं खुद को महज फिनिशर नहीं मानता। मेरे हिसाब से किसी भी बल्लेबाज को किसी भी परिस्थिति में बल्लेबाजी करने में सक्षम होना चाहिए। मैं टीम को मैच जीताने में योगदान देने की कोशिश करता हूं।”
एमआई कैंप में कीरोन पोलार्ड के साथ समय बिताने के बाद, टिम डेविड ने खुलासा किया कि उन्होंने पोली से बहुत कुछ सीखा है। खासकर मैच को लेकर क्या अप्रोच होनी चाहिए।
डेविड ने बताया, “पोली का करियर शानदार रहा है और मैं निश्चित रूप से उनकी ओर देखता हूं और मुझे उनके द्वारा खेले जाने वाले आक्रामक क्रिकेट के ब्रांड से प्यार है। वह अपने समय के साथ बहुत ही उदार हैं। उन्होंने मध्यक्रम में पावर हिटिंग और बल्लेबाजी के बारे में बताया और कहा कि इस दौरान उन्हें शांत रहना चाहिए। जो आपको अनुभव से सीखना पड़ता है कि टाटा आईपीएल में क्या चलता है और नेट्स में उसकी तैयारी करनी चाहिए। इसके अलावा लगातार जब आप पूरे साल खेल रहे हों, तब दो या तीन महीने खेलने के लिए खुदको कैसे तैयार और तरोताजा रखें।"
डेविड और पोलार्ड के खेलने का तरीका तकरीबन एक जैसा है और इसलिए उनकी तुलना भी होती है। लेकिन डेविड ने अगला पोलार्ड बनने पर भी अपनी बात रखी।
डेविड ने कहा, “अच्छा लगता है जब पोली जैसे दिग्गज से तुलना होती है, लेकिन मैं अपने आप में टिम डेविड हूं। पोली ने जो किया वह अपने आप में बहुत बड़ा सफर है। मैं उनसे जितना हो सके सीखना चाहता हूं।”
टिम डेविड ने अपनी इस बातचीत में बेहद ईमानदारी से सभी सवालों के जवाब दिए। उनके जवाब ही उनकी प्रगति को दर्शाते हैं।