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रणजी ट्रॉफी 2024 में MI: शम्स मुलानी के हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर 42वीं बार चैंपियन बनीं मुंबई

By Mumbai Indians

घरेलू स्तर पर खिलाड़ियों को शानदार प्रदर्शन करते देखना एक बेहतरीन अनुभव है। रणजी ट्रॉफी 2024 जारी है और इस घरेलू टूर्नामेंट में कई उम्दा खिलाड़ी बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं। ऐसे में हमारे मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी कहां पीछे रहने वाले हैं। आइए देखते हैं अभी तक MI के खिलाड़ियों का कैसा प्रदर्शन रहा है।

फाइनल | मार्च 10-14, 2024

शम्स मुलानी (मुंबई): रणजी ट्राफी 2023-24 में शम्स मुलानी के 35 विकेट और 353 रन की बदौलत मुंबई 42वीं बार चैंपियन बनीं। फाइनल में विदर्भ के खिलाफ मुलानी ने पहली पारी में 12 ओवर गेंदबाजी करते हुए 32 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा दूसरी पारी में ऑलराउंडर खिलाड़ी ने मुंबई के स्कोर को 418 रन तक पहुंचाने में नाबाद रहते हुए अर्धशतक भी जड़ा। मुंबई द्वारा विदर्भ को जीत के लिए 538 रनों का लक्ष्य देने के बाद शम्स ने एक विकेट (1/75) और एक कैच लपक कर टीम की 42वीं जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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सेमीफाइनल | मार्च 2 - 6, 2024

शम्स मुलानी (मुंबई): हमारे खिलाड़ी शम्स मुलानी ने सेमीफाइनल में अच्छी गेंदबाजी का मुजाहिरा करते हुए मुंबई टीम को रणजी ट्रॉफी 2024 फाइनल में जगह बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पहली पारी में कोई विकेट नहीं मिलने के बाद स्टार स्पिनर ने अपनी फिरकी का कमाल दिखाते हुए 4/53 (13.5 ओवर) का प्रभावशाली आंकड़ा हासिल किया, जिसकी बदौलत मुंबई टीम ने तमिलनाडु पर एक शानदार जीत दर्ज की।

कुमार कार्तिकेय (एमपी): नौ मैचों में 41 विकेट (रणजी ट्रॉफी 2024 में मध्य प्रदेश के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज) के शानदार आंकड़े के साथ, केके का शानदार अभियान एमपी की विदर्भ से 62 रन की हार के बाद समाप्त हुआ। पहली पारी में सिर्फ दो रन देकर एक विकेट हासिल करने के बाद, उन्होंने दूसरी पारी में 30 ओवरों में 2/76 का गेंदबाजी आंकड़ा हासिल किया। दूसरी पारी में उन्होंने 2.50 की इकॉनमी रेट के साथ कसी हुई गेंदबाजी की, लेकिन उनकी टीम को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा और इस तरह से कुमार कार्तिकेय का इस सीजन का रणजी ट्रॉफी का सफर यहीं समाप्त हो गया।

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क्वार्टरफाइनल | फरवरी 23 - 27, 2024

शम्स मुलानी (मुंबई): बड़ौदा के खिलाफ मुंबई के शानदार मुकाबले में शम्स ने एक बार फिर बल्ले और गेंद से अपना जादू बिखेरा। इस प्रतिभावान खिलाड़ी ने पहली पारी में चार विकेट (4/121) लिए, और फिर इसके बाद बल्ले से एक अहम अर्धशतकीय पारी (103 गेंदों पर 54 रन) खेली और 41 बार की विजेता टीम ने दूसरी पारी में 569 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। हालांकि, यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन मुंबई ने अपनी पहली पारी की बढ़त के आधार पर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया।

कुमार कार्तिकेय (एमपी): केके मध्य प्रदेश के लिए एक अहम कड़ी साबित हुए और उनकी टीम ने आंध्र को कड़ी टक्कर देते हुए चार रन की रोमांचक जीत दर्ज की। कार्तिकेय ने दोनों पारियों में (3/41 और 1/34) विकेट लेकर विपक्षी बल्लेबाजों पर अंकुश रखा। उन्होंने पहली पारी में कुछ अहम रन (29 रन) भी बनाए।

शिवालिक शर्मा (बड़ौदा): प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी मुंबई के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मैच की पहली पारी में कुछ कमाल नहीं कर सके, जब वह एमआई टीम के साथी शम्स मुलानी के हाथों आउट हुए। और इस तरह से रणजी ट्रॉफी 2024 में युवा शिवालिक का शानदार सफर समाप्त हो गया। वह टूर्नामेंट में बड़ौदा के तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। उन्होंने छह मैचों में 69 की औसत से दो शतक और एक अर्धशतक सहित कुल 483 रन बनाए।

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ग्रुप स्टेज | राउंड 7: फरवरी 16-20, 2024

तिलक वर्मा (हैदराबाद): कैप्टन हैदराबाद। चेक। रणजी प्लेट ग्रुप जीतें। डबल चेक। मेघालय के खिलाफ मुकाबले में तिलक वर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने बल्लेबाजी से 44 (73 गेंद) और 64 (50 गेंद) के स्कोर का योगदान दिया और गेंद से 1/33 और 1/4 का आंकड़ा हासिल किया। इसके साथ ही तिलक ने चार मैचों में 412 रन (तीन शतक) और 5 विकेट के साथ विजयी रहते हुए अपना रणजी अभियान को समाप्त किया।

शम्स मुलानी (मुंबई): मुंबई की असम पर पारी और 80 रनों की शानदार जीत में शम्स का योगदान छोटा लेकिन काफी महत्वपूर्ण था। उन्होंने निचले क्रम में 47 गेंदों में 31 रनों की धैर्य वाली शानदार पारी खेलकर मुंबई को पहली पारी में 272 रनों के स्कोर तक पहुंचाया। अपने शानदार हुनर के साथ मुंबई स्टार ने गेंदबाजी में 2/8 और 0/21 के आंकड़े दर्ज किए।

कुमार कार्तिकेय (एमपी): मध्य प्रदेश ने नॉकआउट में आसानी से प्रवेश किया और केके ने गेंद से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके 1/73 और 3/31 के प्रदर्शन ने जम्मू-कश्मीर पर 256 रन की बड़ी जीत के लिए जबरदस्त मंच तैयार किया।

शिवालिक शर्मा (बड़ौदा): शिवालिक की 109 गेंदों पर 75 रनों की नाबाद पारी ने बड़ौदा को उत्तराखंड के खिलाफ 424 रनों के लक्ष्य को हासिल करने में मदद की। समय समाप्त होने के साथ, बड़ौदा अपनी हार टालने में कामयाब रहा और एक बहुत महत्वपूर्ण मैच को ड्रॉ कराकर टीम ने प्लेऑफ का टिकट हासिल किया, जहां क्वार्टरफाइनल में उनका सामना मुंबई से होगा।

नेहल वढेरा (पंजाब): नेहल अपनी टीम पंजाब को तमिलनाडु पर जीत दिलाने से थोड़ा सा चूक गए। बल्ले से उनका योगदान (43 और 109) सलेम क्रिकेट फाउंडेशन ग्राउंड में उनकी टीम के प्रदर्शन के बेहतरीन पहलुओं में से एक था।

अंशुल कंबोज (हरियाणा): यह ऑलराउंडर विदर्भ के खिलाफ अपनी टीम के मैच के दौरान पूरे समय मैदान पर मुस्तैद था। जहां उन्होंने पहले बल्ले से 31 और 46 का स्कोर दर्ज किया, वहीं अंशुल गेंद से (1/104 और 2/62) कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके। अंत में हरियाणा को विदर्भ से 115 रनों से हार का सामना करना पड़ा।

अर्जुन तेंदुलकर (गोवा): अर्जुन ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, लेकिन वह गोवा को रणजी ट्रॉफी 2023/24 राउंड 7 प्रतियोगिता में गुजरात पर जीत दिलाने के लिए पर्याप्त साबित नहीं हुआ। युवा ऑलराउंडर ने बल्ले से 45 (70) और 14 (23) का स्कोर बनाया और गेंद से 4/49 और 1/18 का प्रदर्शन किया।

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ग्रुप स्टेज | राउंड 6: फरवरी 9-12, 2024

तिलक वर्मा (हैदराबाद): रणजी ट्रॉफी 2024 में तिलक वर्मा की शानदार फॉर्म जारी है। इस सिलसिले में उन्होंने इस सीजन का अपना तीसरा शतक जड़ा। हैदराबाद के लिए चार नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तिलक ने 135 गेंदों में 101 रनों की दमदार पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 6 चौके और 5 छक्के भी जमाए जिसके बाद टीम ने पहली पारी में 462/8 के स्कोर पर पारी घोषित की। तिलक ने गेंदबाजी में भी टीम के लिए योगदान दिया। पहली पारी में 0/6 और दूसरी पारी में 3/30 का आंकड़ा दर्ज किया।

कुमार कार्तिकेय (मध्यप्रदेश): रणजी ट्रॉफी 2024 में हमें कुमार कार्तिकेय का नया वर्जन देखने को मिला है। ऑलराउंडर खिलाड़ी ने 63 गेंदों में 45 रनों की पारी खेल कर मौजूदा चैंपियन मध्यप्रदेश को पहली पारी में 454 रन बनाने में मदद की। कार्तिकेय ने अपनी गेंदबाजी से टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया और 1/21 और 3/77 के आंकड़े के साथ अपनी टीम को पारी और 53 रनों से जीत दिलाने में सफल रहे।

श्रेयस गोपाल (केरल): केरल के लिए दूसरी पारी में श्रेयस ने 56 गेंदों में 50 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली और गेंदबाजी में 2/96 का आंकड़ा दर्ज किया और बंगाल के खिलाफ अपनी टीम को 109 रनों की जीत दिलाई। उनके इस प्रदर्शन के साथ केरल टीम ने पांच मैचों बाद जीत का स्वाद चखा।

शम्स मुलानी (मुंबई): सुपर शम्स ने रणजी में वापसी करते हुए 30 ओवर में 61 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए। पहली में पारी में उन्होंने 6 ओवर मेडन भी डाला था, जहां छत्तीसगढ़ 1 रन से पिछड़ते हुए 350 पर सिमट गया।

अंशुल कंमबोज (हरियाणा): हरियाणा ने झारखंड को एक पारी और 205 रनों से मात दी, जिसमें अंशुल ने अपनी गेंदबाजी से 1/36 और 1/18 का आंकड़ा दर्ज किया। इसके अलावा इस मैच में MI के स्टार सौरभ तिवारी ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा भी की।

नेहल वढेरा (पंजाब): गुजरात के गेंदबाजों ने नेहल को बड़ी पारी खेलने का कोई मौका नहीं दिया। रणजी ट्रॉफी 2024 के राउड 6 के मैच में उनका स्कोर 16 और 17 रहा। हालंकि, फील्डिंग में प्रिंस ऑफ लुधियाना ने दो कैच पकड़े।

नमन धीर (पंजाब): अपने साथी नेहल की तरह नमन का भी प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। नमन ने 2 ओवर गेंदबाजी की जिसमें उन्होंने 19 रन देकर 1 विकेट लिया।

शिवालिक शर्मा (बड़ौदा): मध्यप्रदेश के गेंदबाजों ने शिवालिक को हाथ खोलने के ज्यादा मौके नहीं दिए। रणजी ट्रॉफी 2024 के मैच में मध्यक्रम के बल्लेबाज ने 26 गेंदों में 15 और 54 गेंदों में 19 रनों की पारी खेली।

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ग्रुप स्टेज | राउंड 5: फरवरी 2-5, 2024

नमन धीर (पंजाब): पंजाब बनाम चंडीगढ़ मैच भले ही लगातार बारिश के कारण ड्रॉ पर समाप्त हुआ हो, लेकिन नमन धीर ने टीम के लिए कुछ महत्वपूर्ण रन बनाने का मौका नहीं गंवाया। उनके 95 गेंदों पर 86 रनों ने अनमोलप्रीत सिंह और प्रभसिमरन सिंह को टीम के स्कोर को 150 के पार पहुंचाने में मदद की।

अंशुल कंबोज (हरियाणा): उनकी टीम हरियाणा को सर्विसेज से एक रन से करीबी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अंशुल कंबोज ने अपनी गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 6/56 के आंकड़े के साथ दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट अपने नाम किया।

शिवालिक शर्मा (बड़ौदा): रणजी ट्रॉफी 2024 में लगातार दो शतक जड़ने के बाद, शिवालिक शर्मा एक और अर्धशतक लगाने से चूक गए। उन्होंने 92 गेंदों पर 45 रन बनाए, जबकि दिल्ली के खिलाफ बड़ौदा के ड्रॉ में एक ओवर गेंदबाजी भी की, जिसमें उन्होंने सिर्फ सात रन दिए। इसके अलावा उन्होंने फील्डिंग में टीम के लिए अपना योगदान दिया, पहली पारी में अतीत शेठ और आयुष बदोनी (44) को आउट करने में मदद की थी।

विष्णु विनोद (केरल): विष्णु विनोद ने नया कारनामा किया, जो हम अक्सर उन्हें मैदान पर करते नहीं देखते हैं। हम उन्हें एक बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में जानते हैं, केरल के स्टार ने गेंद के साथ शानदार प्रदर्शन किया और पहली पारी के दो ओवरों में 0/12 और दूसरी पारी के दो ओवरों में 0/1 (1 मेडन) का आंकड़ा दर्ज किया। दूसरी पारी में इससे पहले छत्तीसगढ़ के खिलाफ ड्रॉ मैच में एजेंट विनोद ने बल्ले से 40 (86) और 24 (22) रन बनाए।

श्रेयस गोपाल (केरल): हमवतन विष्णु विनोद के विपरीत, श्रेयस गोपाल का छत्तीसगढ़ के खिलाफ मैच में खेल खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला। उन्होंने अपने बल्ले से पांच रन बनाए और 1/26 और 0/23 का स्पेल फेंका।

कुमार कार्तिकेय (एमपी): यह उन मौकों में से एक था जहां केके ने मध्य प्रदेश के लिए छोटी भूमिका निभाई। सबसे पहले, उन्होंने पहली पारी के अपने 14 ओवरों में तीन मेडन सहित 1/36 रन दिए और फिर हिमाचल प्रदेश के खिलाफ दूसरी पारी में अपने दोनों ओवरों में मेडन के साथ वापसी की। खेल ड्रॉ पर समाप्त हुआ।

अर्जुन तेंदुलकर (गोवा): हमारे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को तमिलनाडु के खिलाफ कोई विकेट नहीं मिला। उन्होंने 0/52 और 0/5 के आंकड़ों के साथ मैच का अंत किया।

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ग्रुप स्टेज | राउंड 4: जनवरी 26-29, 2024

शिवालिक शर्मा (बड़ौदा): रणजी ट्रॉफी 2024 में शिवालिक ने अपनी मौजूदा फॉर्म से सभी को अपनी ओर आकर्षित किया। आखिरी राउंड में शतक लगाने के बाद, बड़ौदा स्टार ने अपनी टीम के लिए 238 गेंदों पर 128 रनों की बेहतरीन पारी खेली। जिसकी मदद से उनकी टीम ने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ पहली पारी में 383 रनों का स्कोर किया। चौथे दिन यह मुकाबला ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ।

श्रेयस गोपाल (केरल): श्रेयस ने बिहार के खिलाफ अपनी टीम के लिए बल्ले और गेंद दोनों के साथ शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने करियर के पांचवें प्रथम श्रेणी शतक (229 गेंदों में 137 रन) के साथ केरल को पहली पारी में 84/5 से 227 रन के स्कोर तक पहुंचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। इसके अलावा उन्होंने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाते हुए 3/94 का स्पेल फेंका। वहीं, जब मैच ड्रॉ घोषित हुआ तब गोपाल 12 रन बनाकर क्रीज पर बल्लेबाजी कर रहे थे।

शम्स मुलानी (मुंबई): मुंबई के लिए शम्स का जादू जारी है! रणजी ट्रॉफी 2021-22 में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर के लिए लाला अमरनाथ पुरस्कार से सम्मानित होने के कुछ दिनों बाद, शम्स मुलानी ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ अर्धशतक (57 और 63) बनाया, लेकिन यह प्रदर्शन मुंबई को जीत दिलाने के लिए काफी साबित नहीं हुआ। गेंदबाजी करते हुए उन्होंने मैच में 1/63 और 1/73 का स्पेल डाला।

कुमार कार्तिकेय (एमपी): कुमार कार्तिकेय ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत मध्य प्रदेश को जीत की दहलीज तक पहुंचाने में अपना अहम योगदान दिया। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में एक मैच में 10 विकेट अपने नाम किए। सबसे पहले, उन्होंने 4/32 के साथ पुडुचेरी के बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया, जिससे वे सिर्फ 100 रन पर ही ढेर हो गए। दूसरी पारी में, पुडुचेरी की टीम को 428 रनों का पीछा करना वास्तविकता से बहुत दूर लग रहा था, क्योंकि इस दौरान कुमार कार्तिकेय का एक बार फिर जादू देखने को मिला और उन्होंने छह विकेट अपने नाम किए। कार्तिकेय ने दूसरी पारी में 13 ओवर फेंके और प्रति ओवर केवल 3.46 रन ही दिए। इसके अलावा उन्होंने पहली पारी में बल्ले से 6 और दूसरी पारी में नाबाद 23 रन भी बनाए।

नेहल वढेरा (पंजाब): नेहल वढेरा ने गोवा के खिलाफ कम स्कोर वाले मुकाबले की जीत में अपना अहम योगदान दिया। पहली पारी में 0 पर आउट होने के बाद, 'प्रिंस ऑफ लुधियाना' ने 27 गेंदों में पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 49 रन बनाकर पंजाब को छह विकेट से जीत दिलाई। हालांकि इस दौरान वह अपने अर्धशतक से सिर्फ एक रन से चूक गए।

नमन धीर (पंजाब): एक तरफ वढेरा ने जहां बल्ले से कमाल दिखाकर मैच जिताया तो वहीं, मैदान पर नमन धीर ने अपने प्रदर्शन से सभी को अपनी ओर आकर्षित किया। जिसकी बदौलत पंजाब ने गोवा के खिलाफ जीत की नींव रखी। उन्होंने पहली पारी में दो कैच आउट किए और एक मेडन ओवर भी फेंका और दूसरी पारी में नमन ने तीन कैच लपके और इसके साथ ही एक ओवर में सिर्फ आठ रन दिए। नमन का यह प्रदर्शन वाकई कमाल का था।

अंशुल कंबोज (हरियाणा): खराब रोशनी के कारण इस प्रभावित मैच में, अंशुल कंबोज ने महाराष्ट्र के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी (2/35) का मुजाहिरा करते हुए इस मौके का भरपूर फायदा उठाया। हालांकि मैच अंत में ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ।

अर्जुन तेंदुलकर (गोवा): इस मुकाबले में अर्जुन कुछ ज्यादा खास कमाल नहीं दिखा सके और उन्होंने पंजाब के खिलाफ अपने सात ओवर में 1/30 रन दिए और बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 23 और दूसरी पारी में 18 रन बनाए।

विष्णु विनोद (केरल): बिहार के खिलाफ विष्णु विनोद अपने बल्ले से कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सके और पहली पारी में 0 और दूसरी पारी में सिर्फ 6 रन ही बनाकर पवेलियन चले गए। हालांकि यह मुकाबला अंत में ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ। 

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ग्रुप स्टेज | राउंड 3: जनवरी 19-22, 2024

शिवालिक शर्मा (बड़ौदा): 25 वर्षीय खिलाड़ी ने बड़ौदा के लिए शानदार पारी खेली और 281 गेंदों का सामना करते हुए 188 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने अपनी पारी में 26 चौके जड़े। इस तरह बड़ौदा ने पहली पारी में 482 रनों का मैच विजयी स्कोर बनाया। शिवालिक ने दो कैच भी लपके और उनकी टीम ने एक पारी और 18 रनों से हिमाचल प्रदेश के खिलाफ शानदार जीत हासिल की।

तिलक वर्मा (हैदराबाद): तिलक ने एक बार फिर से हैदराबाद के लिए 'कैप्टन फैंटास्टिक' की भूमिका निभाई। वर्मा ने 111 गेंदों में नाबाद 103 रन बनाकर रणजी ट्रॉफी में अपना लगातार दूसरा शतक जड़ा और अपनी टीम को सिक्किम के खिलाफ एक पारी और 198 रनों से जीत दिलाई। IND बनाम AFG T20I सीरीज से लौटने के बाद उन्होंने यह बेहतरीन कारनामा अपने नाम किया। 

श्रेयस गोपाल (केरल): श्रेयस की टीम को मुंबई के खिलाफ 232 रनों से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने इस दौरान दोनों पारियों में अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से सभी का दिल जीता। उन्होंने केरल के लिए पहली पारी में 4/28 का स्पेल तो दूसरी पारी में 4/82 का स्पेल फेंका।

शम्स मुलानी (मुंबई): शम्स की टीम ने केरल के खिलाफ जीत हासिल की, इस दौरान उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने 150 विकेट पूरे किए। इस जादूगर गेंदबाज ने गेंदबाजी में 1/67 और 5/44 का बेहतरीन स्पेल फेंका, जबकि पहली पारी में बल्ले से 8 और दूसरी पारी में 30 रनों का योगदान दिया।

कुमार कार्तिकेय (एमपी): पहली पारी में मध्य प्रदेश के लिए 33 रनों की बेहतरीन पारी खेलकर कार्तिकेय ने यह दिखाया कि वह निचले क्रम में आसानी से बल्लेबाजी कर सकते हैं। इसके बाद में, उन्होंने दिल्ली के खिलाफ गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया और 3/43 और 1/33 के स्पेल के साथ सधी हुई गेंदबाजी की।

अर्जुन तेंदुलकर (गोवा): यह एक ऐसा मुकाबला था जहां अर्जुन ने अपने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने गोवा के लिए 112 गेंदों में 52 रनों की सधी हुई पारी खेली, जिसकी मदद से उनकी टीम ने कर्नाटक के खिलाफ पहली पारी में 321 रन बनाए। हालांकि यह मैच ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ। जहां उन्होंने 15 ओवरों में 0/70 का स्पेल किया।

अंशुल कंबोज (हरियाणा): हरियाणा ने मणिपुर के खिलाफ एक पारी और 338 रनों से जीत दर्ज की। जहां इस खिलाड़ी ने भी अपना अहम योगदान दिया। अंशुल ने मैच में सिर्फ आठ ओवर फेंके, लेकिन पहली पारी में उन्होंने दो महत्वपूर्ण विकेट अपने नाम किए।

नेहल वढेरा (पंजाब): 'प्रिंस ऑफ लुधियाना' ने त्रिपुरा के खिलाफ पहली पारी में अर्धशतक (94 गेंदों में 56 रन) जड़ा। हालांकि खराब रोशनी के कारण मैच का पूरा संचालन प्रभावित हुआ और अंत में यह मैच ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ।

नमन धीर (पंजाब): हमवतन नेहल वढेरा के विपरीत, नमन धीर त्रिपुरा के खिलाफ पहली पारी के आठवें ओवर में एक रन बनाकर आउट हो गए।

विष्णु विनोद (केरल): एजेंट विनोद की टीम को मुंबई के खिलाफ 232 रनों से हार का सामना करना पड़ा और इस दौरान वह दोनों पारियों में केवल 29 और 6 का स्कोर ही बना पाए।

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ग्रुप स्टेज | राउंड 2: जनवरी 12-15, 2024

शम्स मुलानी: इस खिलाड़ी ने आंध्रा के ऊपर 10 विकेट से जीत में मुंबई के लिए शानदार प्रदर्शन किया। मुंबई ने पहली पारी में 395 रन बनाए जिसमें उन्होंने 111 गेंदों में 38 रनों की अहम भूमिका निभाई। शम्स की गेंदबाजी ने पहली पारी में छह विकेट (6/65) और दूसरी पारी में 4/96 के आंकड़े के साथ विपक्षी टीम को 244 पर समेट दिया। मुंबई ने 8.4 ओवर में 34 रन के लक्ष्य का आसानी से पीछा कर लिया। शम्स मुलानी को उनके शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब से सम्मानित किया गया।

अर्जुन तेंदुलकर: गोवा ने चंडीगढ़ के खिलाफ अपनी पहली पारी में बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन किया (618/7), और अर्जुन ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 116.66 के स्ट्राइक रेट से 60 गेंदों पर 70 रन बनाए। बाद में मैच में, उन्होंने एक विकेट (1/70) भी लिया। मुंबई के जबाव में चंडीगढ़ ने 479 रन बनाए। खेल ड्रॉ पर समाप्त हुआ।

कुमार कार्तिकेय: पिछले राउंड में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद, केके ने ओडिशा के खिलाफ मध्य प्रदेश के मैच में गेंद के साथ अच्छा प्रदर्शन किया। पहली पारी में उन्होंने 2/109 और दूसरी पारी में 1/15 के आंकड़े से गेंदबाजी की। ओडिशा गत चैंपियन के खिलाफ 115 रनों का पीछा कर रहा था।

अंशुल कंबोज: पलटन ने सौराष्ट्र बनाम हरियाणा मैच में अंशुल कंबोज के हरफनमौला कौशल को पहली बार देखा। जबकि उन्होंने बल्लेबाजी क्रम के बिल्कुल अंत में बल्लेबाजी करते हुए सात रन बनाए, अंशुल ने पहली (1/30) और दूसरी (1/35) पारी में एक विकेट लिया। इस मैच में हरियाणा ने चार विकेट से जीत हासिल की।

नमन धीर: हरफनमौला खिलाड़ी ने पंजाब के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया, उन्होंने रेलवे के खिलाफ पहली पारी में 2/21 की गेंदबाजी की और दूसरी पारी में नाबाद 26 रन बनाए, जिसने पंजाब को शुरुआती दौर में वापसी करने के मौका दिया।

विष्णु विनोद: एजेंट विनोद असम के खिलाफ केरल के लिए अपना अहम योगदान दिया। हालांकि रन आउट होने के कारण वह (19) इतनी बड़ी पारी नहीं खेल सके, विकेटकीपर ने स्टंप के पीछे सकारात्मक प्रदर्शन के साथ वापसी की - पहली पारी में एक कैच और स्टंपिंग और दूसरी पारी में दो कैच।

श्रेयस गोपाल: केरल को असम ने एक मैच में बराबरी पर रोक दिया, जहां श्रेयस गोपाल अपनी टीम को जीत दिलाने से चूक गए। गोपाल ने केरल के 419 के पहली पारी के स्कोर में गेंद से 0/17 और 0/43 और बल्ले से 18 रन के आंकड़े दर्ज किए।

आकाश मधवाल: 'उत्तराखंड एक्सप्रेस' को हिमाचल प्रदेश के खिलाफ मैच में थोड़ी देर रुकना पड़ा, क्योंकि वह 16 रन पर बल्लेबाजी करते हुए रिटायर हर्ट हो गए थे। हालांकि, जब मधवाल अपनी चोट से जूझ रहे थे, तब उनके चेहरे पर मुस्कान थी क्योंकि उनके स्थान पर आए जगमोहन नागरकोटी (5*; 1/72 और 2/23) ने उत्तराखंड को हिमाचल प्रदेश पर 88 रनों जीत दिलाई।

नेहल वढेरा: यह नेहल वढेरा बड़ा मुश्किल मैच था, उन्होंने रेलवे के खिलाफ ड्रॉ मैच में केवल तीन रनों का योगदान दिया। लेकिन, सब कुछ निराशाजनक नहीं था क्योंकि उन्होंने मैदान पर एक कैमियो खेला, पहली पारी में एक विकेट के लिए हमवतन और नए एमआई टीम के साथी नमन धीर की सहायता की।

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ग्रुप स्टेज | राउंड 1: जनवरी 5-9, 2024

तिलक वर्मा: आप एक रोमांच से भरपूर पारी देखने के लिए अपना टीवी चालू कर सकते हैं क्योंकि हमारे युवा बल्लेबाज और हैदराबाद के कप्तान तिलक वर्मा ने नागालैंड के खिलाफ शानदार नाबाद शतक ठोका है। यह उनका दूसरा प्रथम श्रेणी शतक है और तिलक के शतक के दम पर उनकी टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 474 रन बनाकर पारी घोषित की है।

कुमार कार्तिकेय: स्पिन के कलाकार ने मध्य प्रदेश के लिए खेलते हुए उत्तराखंड के खिलाफ दोनों पारियों में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। पहली पारी में उन्होंने 1.68 के इकॉनमी से 59 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए। दूसरी पारी में उत्तराखंड को जीत के लिए 375 रनों की दरकार थी और कार्तिकेय अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर मैच को ड्रॉ कराने में सफल रहे।

विष्णु विनोद: हमारे टीम के एजेंट विनोद केरल के लिए सुपरहीरो बनकर उभरे। जब उनकी टीम 13वें ओवर में 32/3 पर पिछड़ रही थी, तब विष्णु विनोद अलाप्पुझा मैदान में उतरे और 94 गेंदों में 74 रनों की शानदार पारी खेलते हुए केरल को उत्तर प्रदेश के खिलाफ पहली पारी में 243 रनों के स्कोर तक पहुंचाया। इसके अलावा उन्होंने दो कैच भी लपके।

श्रेयस गोपाल: गोपाल ने हमारी टीम की जीत में कई बार योगदान दिया है। उन्होंने एक बार फिर केरल के लिए खेलते हुए उत्तरप्रदेश के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 33 रन देकर 1 विकेट लिया और 88 गेदों में 36 रन बनाए। उन्होंने कप्तान संजू सैमसन और विष्णु विनोद के साथ अहम साझेदारी की।

नेहल वढेरा: लुधियाना के स्टार खिलाड़ी ने पहली पारी में 79 गेंदों में 44 रनों की अहम पारी खेली और दूसरी पारी में उन्होंने 26 रनों का योगदान दिया। लेकिन कार्नाटक के खिलाफ वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।

नमन धीर: ऑलराउंडर नमन धीर ने कर्नाटक के खिलाफ बल्ले से 4 (7) और 20 (44) जबकि गेंद से 2/46 और 0/20 के प्रदर्शन से अपने खेल का मुजाहिरा पेश किया। पलटन, हम उनको आईपीएल 2024 में खेलते हुए देखने के लिए अब और इंतजार नहीं कर सकते हैं।

शम्स मुलानी: कप्तानी और 2024 के अपने पहले मैच में जीत - शम्स के लिए क्या शानदार शुरुआत है। अनुभवी स्पिनर ने दूसरी पारी में एकमात्र विकेट हासिल किया। उनके शानदार प्रदर्शन ने मुंबई को रणजी ट्रॉफी 2024 के शुरुआती मैच में बिहार को एक पारी और 51 रनों से हरा दिया।

अर्जुन तेंदुलकर: कठिन गेंदबाजी परिस्थितियों में, अर्जुन ने त्रिपुरा के खिलाफ पहली पारी में 94 रन देकर दो विकेट लिए, दूसरी पारी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला (5 ओवर में 0/14) लेकिन उन्होंने सधी हुई गेंदबाजी की। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए 11 और 10 रन बनाए।