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भारत की टी20 विश्व कप में हासिल की गईं कुछ सबसे बड़ी जीत पर एक नज़र डालें
टी20 विश्व कप के अब तक के छह संस्करणों में भारत ने केवल एकबार ही इस बड़ी ट्रॉफी को जीता है, वो भी उन्होंने इसे इस टूर्नामेंट के पहले संस्करण में अपने नाम किया था। लेकिन इस ट्रॉफी की जीत के पीछे की कई यादें आज भी लोगों का दिल जीत लेती हैं। जहां कुछ यादें बहुत मीठी हैं तो वहीं कुछ बेहद कड़वी भी हैं। लेकिन ये यादें इतनी दिलचस्प हैं कि इनपर फिर से नज़र डालने पर आपको काफी अच्छा महसूस होगा।
इसमें कोई शक नहीं है कि भारत की सबसे यादगार जीत टी20 विश्व कप फाइनल की रही थी, जहां टीम ने पाकिस्तान को पांच रन से हराकर विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। हालांकि, इसके अलावा भी कुछ बड़ी जीत टीम इंडिया के नाम दर्ज हैं।
भारत अपने आगामी टी20 विश्व कप की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ करेगा। उससे पहले हम यहां टी20 विश्व कप में रनों, विकेटों और गेंदों के आधार पर भारत की कुछ सबसे बड़ी जीत पर एक नज़र डाल रहे हैं।
रनों से भारत की सबसे बड़ी जीत – भारत बनाम इंग्लैंड, 2012
टी20 विश्व कप के 2012 संस्करण के ग्रुप मैच में भारत का सामना एक महत्वपूर्ण मुकाबले में इंग्लैंड से हुआ। इसमें भारत ने अपने तीन बड़े खिलाड़ियों को आराम देने के बावजूद एक यादगार जीत हासिल की और इंग्लैंड को 90 रनों से बड़ी शिकस्त दी।
उस समय इंग्लैंड के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी के साथ संघर्ष करते हुए देखे जाते थे। इस मुकाबले में भी कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कोलंबो में 4 विकेट के नुकसान पर 170 रनों का लक्ष्य दिया, जिसका पीछा करने के लिए इंग्लैंड की टीम पूरे जोश के साथ मैदान पर उतरी।
भारत की ओर से गौतम गंभीर (38 गेंदों में 45 रन), विराट कोहली (32 गेंदों में 40 रन) और रोहित शर्मा (33 गेंदों में 55* रन) ने एक अच्छा लक्ष्य खड़ा करने के लिए शानदार खेल का प्रदर्शन किया। हालांकि, जब इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी करने के लिए उतरी तो उनकी ओर से सलामी बल्लेबाज ही लम्बी पारी खेल सके।
क्रेग कीस्वेटर की 25 गेंदों में बनाए गए 35 रन इंग्लैंड के लिए काफी नहीं रहे, क्योंकि बाकी की टीम बहुत ही मुश्किल से दोहरे अंकों के स्कोर तक पहुंच सकी। भारतीय गेंदबाजों ने लगातार शानदार गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों का विकेट चटकाना जारी रखा।
इरफान पठान ने 3-0-17-2 के आंकड़े के साथ शानदार गेंदबाजी की और इंग्लैंड के शुरुआती दो विकेट झटके। उन्होंने पहला विकेट 2 रनों पर और दूसरा विकेट 18 रनों पर लिया। फिर हरभजन सिंह ने अद्भुत गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और चार महत्वपूर्ण विकेट झटके, जिसने इंग्लैंड के बल्लेबाजी लाइन-अप को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।
हरभजन ने 4-2-12-4 के आंकड़े के साथ शानदार प्रदर्शन किया और इस मैच के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। पीयूष चावला ने भी 4-1-13-2 के आंकड़े के साथ दो आसान विकेट झटके।
भारत की विकेटों से सबसे बड़ी जीत – भारत बनाम आयरलैंड, 2009
यह एक और यादगार मुकाबला था, जहां ऐसा लग रहा था कि भारत हर हाल में जीत को अपने नाम करने की कोई कसर नहीं छोड़ेगा। भारत ने आखिरकार इस मुकाबले में शानदार जीत हासिल की और गेंदबाजी क्रम की अगुवाई करते हुए तेज गेंदबाज जहीर खान ने बड़ा योगदान दिया। इसके बाद बल्लेबाजी में रोहित शर्मा की ओर से शानदार प्रदर्शन देखने को मिला।
जून 2009 में इस ग्रुप मैच में आयरलैंड ने पहले बल्लेबाजी की, और जहीर खान ने बल्लेबाजी क्रम को बुरी तरह से ध्वस्त करने का काम किया। उन्होंने टीम के 28/4 स्कोर पर गिरे चार विकेट में से शुरुआती तीन विकेट झटके। इसके बाद हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा ने भी कुछ महत्वपूर्ण विकेट लिए और 18 ओवर के बाद टीम का स्कोर 8 विकेट के नुकसान पर 112 रन रहा।
ज़हीर खान ने 3-0-19-4 की शानदार गेंदबाजी करते हुए आयरलैंड को दबाव में डाल दिया। इसके बाद भारत के लिए गौतम गंभीर और रोहित शर्मा ने पारी की शुरुआत करते हुए 77 रन की साझेदारी की और टीम को अच्छी शुरुआत देने का काम किया।
जल्द ही यह साझेदारी टूट गई और गंभीर 31 गेंदों में 37 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद धोनी तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे। इस मुकाबले में रोहित ने 45 गेंदों में नाबाद 52 रनों की शानदार पारी खेलते हुए भारत को आठ विकेट से जीत दिलाने का काम किया।
भारत ने 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ 8 विकेट से और टी20 विश्व कप के 2014 संस्करण में बांग्लादेश के खिलाफ ठीक ऐसी ही जीत दर्ज की है। हालांकि, आयरलैंड के खिलाफ जहां भारत ने लक्ष्य का पीछा 15.3 ओवर में किया था, वहीं पाकिस्तान के खिलाफ 17 ओवर और बांग्लादेश के खिलाफ 18.3 ओवर में जीत दर्ज की थी।
गेंदों से भारत की सबसे बड़ी जीत – भारत बनाम अफगानिस्तान
सबसे अधिक गेंद शेष रहते हुए भारत की सबसे बड़ी जीत 2010 टी20 विश्व कप के एक ग्रुप मैच में देखने को मिली थी, जिसमें भारत ने अफगानिस्तान के खिलाफ 31 गेंद शेष रहते हुए मैच को जीत लिया था। अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 8 विकेट के नुकसान पर भारत को 115 रनों का लक्ष्य दिया।
अफगानिस्तान के केवल दो ही खिलाड़ी, नूर अली जादरान (48 गेंदों में 50 रन) और असगर अफगान (33 गेंदों में 30 रन) अच्छी बल्लेबाजी करते हुए दो अंकों में स्कोर कर सके। आशीष नेहरा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए शीर्ष क्रम के तीनों बल्लेबाजों के विकेट लेकर विरोधी टीम पर दबाव बनाने की शुरुआत की।
इसके बाद प्रवीण कुमार ने भी दो विकेट झटके, और जहीर खान और रवींद्र जडेजा ने भी एक-एक विकेट लिया। जिसकी बदौलत भारत ने अफगानिस्तान को 8 विकेट के नुकसान पर 115 रनों के स्कोर पर रोक दिया। नेहरा को 4-0-19-3 के शानदार गेंदबाजी आंकड़े के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
इसके जवाब में भारत की ओर से मुरली विजय ने गौतम गंभीर के साथ ओपनिंग करते हुए 46 गेंदों में 48 रन बनाए, जो भारतीय स्कोरकार्ड में अहम योगदान रहा। इसके बाद गंभीर जल्द ही आउट हो गए और सुरेश रैना के 13 गेंदों में बनाए गए 18 रनों ने भारत की राह को आसान करने का काम किया।
युवराज सिंह और एमएस धोनी ने वही किया जिसके लिए वे जाने जाते हैं। उन्होंने शानदार फिनिशिंग का काम किया। युवराज ने 22 गेंदों में नाबाद 23 रन और तत्कालीन कप्तान धोनी ने 6 गेंदों में नाबाद 15 रन बनाते हुए भारत को शानदार जीत दिलाई। धोनी ने शानदार फिनिशिंग करने के लिए दो जबरदस्त छक्के लगाए। भारत ने यह मुकाबला 31 गेंद शेष रहते हुए अपने नाम कर लिया।
भारत कई यादगार मुकाबलों का हिस्सा रहा है, और यहां हमने टी20 विश्व कप की उन्हीं कुछ सबसे बड़ी जीत की बात की है। आप बताएं आपको कौन सी जीत सबसे ज्यादा रोमांचक और दिलचस्प लगी है?