“आपको मुझे सिखाना होगा कि आप कैसे बिना देखे गेंद को बाउंड्री पार पहुंचा देते हैं”: डेवाल्ड ब्रेविस से सूर्यकु
यह दोनों के बीच एक ऐसी मित्रता है जहां वे हमेशा जहां एक-दूसरे की तारीफ करते हैं। दोनों खिलाड़ियों में से एक ऐसा है जिसे शॉट मारने के बाद यह देखने की जरूरत नहीं होती है कि गेंद बाउंड्री पार गई या नहीं, क्योंकि उसे पता है कि उसने मारा है तो गेंद फील्ड पर नहीं रूकेगी।
वहीं, दूसरा खिलाड़ी जब गेंद को हवा में मारता है तब मैदान से लेकर बाउंड्री पार पहुंचने तक गेंद की 360-डिग्री मूवमेंट पर अपनी नजर बनाए रखता है। अगर दोनों एक साथ मैदान पर उतर जाएं तो ऐसा कोई गेंदबाज नहीं होगा, जो उनके प्रहार से बच जाए और क्रिकेट का ऐसा कोई शॉट नहीं होगा जो वे अपने बल्ले से नहीं खेल सकते हैं।
जब स्काई दादा और युवा डीबी आपस में बात करते हैं तो काफी पुराने दोस्त लगते हैं। बैटिंग टिप्स से लेकर बटर चिकन, बिरयानी तक, 57 गेंदों में 162 रन बनाने तक, उन्होंने हर मुद्दे पर बात की।
मुंबई इंडियंस चैनल पर एक एक्सक्लूसिव बातचीत में सूर्यकुमार यादव ने डेवाल्ड ब्रेविस से कहा, "मैं आपके बल्लेबाजी करने के तरीके की नकल करने की कोशिश कर रहा हूं।" उन्होंने ब्रेविस से कहा, "आपको मुझे यह सिखाना होगा कि आप नो-लुक सिक्स कैसे लगाते हैं।"
डीबी ने उत्साह के साथ जवाब दिया, "मुझे बेहद अच्छा लगेगा अगर मैं आपको यह सिखा सकूं। यह एक सम्मान की बात होगी, लेकिन मुझे आपसे भी बहुत सारे शॉट सीखने में खुशी होगी। मैं आपको इसकी एक मजेदार कहानी बताना चाहता हूं। मेरा नो-लुक शॉट लग जाता है। यह कहना थोड़ा अजीब है, लेकिन वाकई में मुझें नहीं पता कि ये कैसे होता है। यह बस हो जाता है। मुझे हमेशा से लगता है कि अगर मैं अपना सिर नीचे रखूं तो इससे मुझे शॉट लगाने में मदद मिलती है और फिर ये बस हो जाता है।"
ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता है कि आप इन दिनों ब्रेविस के बारे में बात करें और उन्होंने सीएसए T20 चैलेंज में जो धमाकेदार पारी खेली उसका जिक्र न करें। 35 गेंदों में शतकीय पारी और फिर इसी पारी को बड़ा बनाते हुए 57 गेंदों पर 162 रन, जिसमें 13 छक्के और 13 चौके शामिल थे। उनकी इस पारी को देखकर तो सूर्या पूरी तरह से दंग रह गए!
सूर्या ने ब्रेविस से वही सवाल पूछा जो आजकल हम सभी उनसे पूछना चाहते हैं, "मैंने मुंबई इंडियंस के पेज पर देखा कि आपने 55 गेंदों में 160+ [57 गेंदों में 162 रन] रन बना डाले। आपने क्या खाया था उस दिन?"
डेवाल्ड ने हंसते हुए कहा, "आम दिनों की तरह उस दिन सुबह भी मैंने ऑमलेट खाया था।"
"मेरे लिए वह एक आम दिन जैसा ही था। यह बस हो गया था। मुझे यह भी एहसास नहीं था कि मैं उस पल में क्या कर रहा था। मैंने हर गेंद को सही समय पर खेला और हर गेंद के साथ मैंने यही प्रयास किया। फिर अंत में, मैंने एक शख्स को कहा, 'मैं अब हर गेंद पर छक्का मारने का प्रयास करने वाला हूं', और उसने मुझे कहा, 'तुम अपनी पूरी पारी में ऐसा ही कर रहे थे।'
"यह बस हो गया और यह सब बस एक पल की बात थी। मैं ये जरूर कहना चाहूंगा कि वह एक बेहद खास पारी थी।"
इसके बाद अब समय था ब्रेविस के मुंह से सूर्या दादा की तारीफ सुनने का। आपला दादा का मौजूदा फॉर्म एक खूबसूरत सपने की तरह है। वह सिर्फ मजे के लिए रन बना रहे हैं। हमारे 19 वर्षीय युवा डैशर वास्तव में प्रेरित हुए हैं। यह लगभग ऐसा लगता है जैसे एक नया खिलाड़ी, किसी कूल सीनियर को देख रहा हो।
ब्रेविस ने कहा, "आपने विश्व कप में जो हासिल किया, पूरे टूर्नामेंट में उसी तरह से बल्लेबाजी करने में सक्षम रहे। यह सिर्फ एक मैच की बात नहीं थी बल्कि हर मैच में आपका स्ट्राइक-रेट, औसत, रन सबकुछ ऊपर ही रहा। नंबर 1 टी 20 बल्लेबाज बनने पर बधाई। यह पूरी तरह से अचंभित करने वाली चीज है। यह कुछ ऐसा था जो मैं आपसे सीखना चाहता हूं और मुझे ये जरूर सीखना चाहिए।"
एक बात तो तय है कि स्काई और डीबी दोनों ने पिछले वर्ष में लंबी छलांग लगाई है। अगर महाद्वीपों में रहने वाले दोनों खिलाड़ियों के बीच एक वीडियो चैट में इतना शानदार तालमेल दिख रहा है तो सोचिए की जब वे वानखेड़े की पिच पर एक साथ खेलेंगे तो क्या होगा! रोंगटे खड़े हो गए!
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