News

मेरा लक्ष्य रणजी ट्रॉफी जीतना है: कुमार कार्तिकेय सिंह

By Mumbai Indians

कुमार कार्तिकेय सिंह इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। 

टाटा आईपीएल में इस बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज ने अपनी गेंदबाजी में मिश्रण से सभी को काफी प्रभावित किया और अब कार्तिकेय का पूरा ध्यान अपनी स्टेट टीम मध्य प्रदेश के लिए खेलते हुए रेड-बॉल फॉर्मेट पर है।

पंजाब के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में खेलते हुए कार्तिकेय ने दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर मध्य प्रदेश की टीम को सेमीफाइनल में जगह बनाने में अहम भूमिका निभाई। लेकिन यह युवा स्पिनर सिर्फ यहीं रूकना नहीं चाहता।

कार्तिकेय ने ESPNCricinfo के साथ एक इंटरव्यू में कहा, 'अपनी टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाकर बहुत अच्छा लग रहा है। हमारा लक्ष्य आगे बढ़ना है और जीत हासिल करना है, न कि सिर्फ सेमीफाइनल में जगह बनाकर खुश होना। हम इसके लिए कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार हैं और मुझे इस बात का 100 प्रतिशत यकीन है कि हमारे पास वह क्षमता है जिससे हम अगले दो मुकाबले जीत सकते हैं। आप सिर्फ बड़े नामों से टूर्नामेंट नहीं जीतते, आपको जीत हासिल करने के लिए अच्छी क्रिकेट खेलनी होती है, और फिलहाल हम यही कर रहे हैं।”

क्वार्टरफाइनल में अपनी शानदार गेंदबाजी का श्रेय उन्होंने एमपी टीम के हेड कोच और भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज, चंद्रकांत पंडित को दिया।

इस बाबत 24 वर्षीय इस स्पिनर ने कहा, "उन्होंने गाइड किया कि किस लाइन और लेंथ के साथ मुझे गेंदबाजी करनी है और गेंदबाजी करते समय किस एंगल के साथ मुझे बने रहना है। दूसरी पारी में पिच ने थोड़ा और टर्न लेना शुरू कर दिया था। इस वजह से बल्लेबाज अधिक रक्षात्मक तरीके से खेलने के लिए मजबूर हो गए थे। यही चीज मेरे हित में रही। मैंने थोड़ा सा अपना एंगल बदला और अराउंड द विकेट के साथ स्ट्रेट बॉल डालने लगा। मैं एक खास जगह पर गेंदबाजी करने में सफल रहा और इससे मुझे विकेट हासिल करने में मदद मिली।”

विपक्षी टीम में मौजूद शुभमन गिल और मनदीप सिंह जैसे बड़े नामों से कार्तिकेय बेफिक्र थे।

कार्तिकेय ने इस बारे में बताया “मैं विरोधी टीम में मौजूद बड़े नामों को नहीं देखता, बल्कि मैं सिर्फ अपनी प्रक्रिया और अपनी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करता हूं। जब आप निरंतरता के साथ गेंदबाजी करते हैं तो चीजें ठीक हो जाती हैं। इसके अलावा, हर दिन बल्लेबाजों का दिन नहीं होता और यह मेरे लिए ऐसा ही एक दिन था।"

उन्होंने आगे कहा "सुधार की गुंजाइश हमेशा ही रहती है। इस मैच में हमारी बल्लेबाजी और गेंदबाजी अच्छी रही लेकिन हमें ये याद रखना चाहिए कि हमने कुछ आसान कैच छोड़े, खासकर पहली पारी में। मैच के ठीक बाद हुई हमारी टीम मीटिंग में चंदू सर ने भी इस बात पर जोर दिया। जब आप जीतते हैं, तो आपके द्वारा की गई अच्छी चीजें सभी को दिखाई देती हैं, लेकिन आपकी गलतियां आपके सामने ही रह जाती हैं। ये ऐसी चीजें हैं जिन पर हमें जल्दी से काम करने की जरूरत है।"

हम कार्तिकेय और मध्य प्रदेश की टीम को 14 जून से बंगाल के खिलाफ शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल मुकाबले के लिए शुभकामनाएं देते हैं।