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जब टीम इंडिया ने 1-0 से पिछड़ने के बाद सीरीज में की दमदार वापसी...

By Mumbai Indians

भारतीय क्रिकेट टीम 2012 से घरेलू सरजमीं पर लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है। इस दौरान टीम ने कई मौकों पर अपनी काबलियत पेश की। 

नवंबर-दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 सीरीज हार के बाद टीम इंडिया ने अपने नए वर्चस्व की शुरुआत की। तब से घरेलू मैदान पर भारत 18 सीरीज जीतकर शानदार लय में है, जो एक सर्वकालिक रिकॉर्ड है!

2024 के भारत के न्यूजीलैंड दौरे की तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में, रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने पहली पारी में 46 रनों पर ऑल आउट होने के बावजूद मैदान पर लड़ने का भरसक प्रयास किया। हालांकि, टीम अब सीरीज में 1-0 से पिछड़ रही है।

बहरहाल, भारत के शानदार रिकॉर्ड को देखते हुए, घरेलू टीम से वापसी की उम्मीद की जा सकती है, क्योंकि ऐसा उन्होंने अतीत में कई बार किया है।

आइए 2012 के बाद से उन मौकों पर नजर डालें, जब भारत ने सीरीज के शुरुआती मैच  हारने के बाद दमदार वापसी की।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2017 (2-1 जीत)

हर साल सबसे बहुप्रतीक्षित द्विपक्षीय श्रृंखला, जिसका नाम है बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी है। भारतीयों के लिए, यह सिर्फ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच का मुकाबला नहीं है, बल्कि यह एक भावना है!

सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पुणे के एमसीए स्टेडियम में 333 रन की शानदार जीत के साथ दौरे की शुरुआत की। स्टीव स्मिथ की अगुवाई वाली टीम ने शानदार खेल का मुजाहिरा करते हुए पूरे मुकाबले में भारतीय टीम को बैकफुट पर रखा।

इसके बाद जो हुआ वह अपनी ही सरजमीं पर टीम इंडिया के कौशल का प्रमाण था।

प्लेयर ऑफ द मैच केएल राहुल (90 और 51) और रविचंद्रन अश्विन (2/84 और 6/41) की अगुवाई में 75 रन की संघर्षपूर्ण जीत ने दो मैच शेष रहते सीरीज बराबर कर दी।

जबकि तीसरा मैच तीन शतकों (स्टीव स्मिथ, ग्लेन मैक्सवेल और रिद्धिमान साहा) और एक दोहरे शतक (चेतेश्वर पुजारा) के साथ एक हाई स्कोरिंग ड्रॉ मैच के साथ समाप्त हुआ। इसके बाद धर्मशाला में खेले गए सीरीज के चौथे और आखिरी मैच में भारत ने आठ विकेट से आसान जीत दर्ज की।

चार मैचों में 25 विकेट हासिल करने के लिए ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को प्लेयर ऑफ द सीरीज खिताब से नवाजा गया।

इंग्लैंड का भारत दौरा 2021 (3-1 से जीत)

इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले पांच सीरीज में सिर्फ एक ही सफलता के साथ, भारतीय क्रिकेट टीम के पास 2021 में चार मैचों की श्रृंखला में अपने रिकॉर्ड को आगे ले जाने का अच्छा मौका था।

हालांकि, मेहमान टीम ने पहली पारी में कप्तान जो रूट के शानदार दोहरे शतक (218) की बदौलत 227 रन की यादगार जीत के साथ सकारात्मक शुरुआत की।

इसके बाद, टीम इंडिया ने चेपॉक में 317 रन की शानदार जीत के साथ हार का जवाब दिया। आमचा मुंबईचा राजा  रोहित शर्मा ने 161 रनों की शानदार पारी खेली, जबकि अपने घरेलू मैदान पर खेल रहे अश्विन को उनके शानदार शतक और चार दिनों में आठ विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

तीसरा और चौथा टेस्ट घरेलू मैदान पर भारत के बेजोड़ वर्चस्व का एक और जीता-जागता नमूना था। पहले 10 विकेट से और फिर एक पारी और 25 रन से शानदार जीत की बदौलत मेजबान टीम ने 3-1 से सीरीज अपने नाम की।

एश अन्ना  ने 32 विकेटों की बदौलत प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता।

इंग्लैंड का भारत दौरा 2024 (4-1 से जीत)

हालांकि रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया की यह पहली ऐसी स्थिति थी। लेकिन हमारे हिटमैन ने इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ 4-1 से जीत दर्ज की थी।

श्रृंखला के पहले मुकाबले में 28 रन की जीत के बाद, इंग्लैंड ने निश्चित रूप से यह उम्मीद नहीं की होगी कि भारतीय टीम लगातार चार जीत के साथ सीरीज में वापसी करेगी। और बिल्कुल वैसा ही हुआ!

बूम-बूम के शानदार प्रदर्शन (6/45 और 3/46) ने दूसरे मुकाबले में विरोधियों को हैरान कर दिया, जबकि तीसरे मैच में सर रवींद्र जडेजा के हरफनमौला खेल ने भारत को क्रमशः 106 रन और 434 रन से जीत दिलाकर 2-1 की बढ़त बना ली।

रोहित एंड कंपनी ने रांची में पांच विकेट से जीत के साथ सीरीज अपने नाम की। धर्मशाला में हुए आखिरी मुकाबले में भी भारत ने अपना शानदार खेल जारी रखा।

पहली पारी में रोहित के शानदार शतक की बदौलत एक पारी और 64 रनों की जीत ने एक यादगार सीरीज का समापन किया!